tag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post6597176656868458048..comments2024-03-29T02:14:17.831-07:00Comments on क्षितिज : हिमालय वंदन ------------ कविता -- रेणुhttp://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comBlogger44125tag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-71361809874970814162020-09-03T10:31:25.402-07:002020-09-03T10:31:25.402-07:00प्रिय अनंता , ये मेरे लिए अत्यंत गर्व की बात है कि...प्रिय अनंता , ये मेरे लिए अत्यंत गर्व की बात है कि तुम्हारे माध्यम से मेरी रचनाएँ तुम्हारी आदरणीय नानी जी और माँ ने भी सुनी | और हिमालय पर कुछ भी लिखना सूर्य को दीपक दिखाने के समान है |तुम्हें मेरा प्यार और आपकी नानी जी को मेरा सादर प्रणाम और आभार | आपकी मम्मी के लिए भी मेरा हार्दिक स्नेह और आभार |मेरी रचना से कहीं सुंदर तुम्हारे भोले- भाले शब्द हैं | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-37416394071573612762020-09-01T06:13:35.298-07:002020-09-01T06:13:35.298-07:00आदरणीया मैम,
बहुत बहुत बहुत........... सुंदर रचन...आदरणीया मैम,<br /> बहुत बहुत बहुत........... सुंदर रचना। पढ़ कर मन आनंदित भी हुआ और श्रद्धा- भाव से भी भर गया। आपने हिमालय के बहुत ही विलक्षण रूप का दर्शन कराया जिसके लिये मेरे पास कोई भी टिप्पणी ऐसी नहीं है जो इस सुंदर अनुभव का वर्णन करे।<br />माँ और नानी को भी पढ़ कर सुनाया। उन्हें भी बहुत सुंदर लगी। माँ कह रही थी यह कविता इतनी सुंदर है कि किसी विद्यालय की हिंदी के पाठ्य पुस्तक में इसका स्थान होना चाहिये।<br />बहुत ही प्यारी रचना के लिये हृदय से आभार ।<br />Ananta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-39543199082819182152019-04-06T09:31:54.054-07:002019-04-06T09:31:54.054-07:00प्रिय नीतू आपका स्वागत और आभार | बहुत दिनों बाद आप...प्रिय नीतू आपका स्वागत और आभार | बहुत दिनों बाद आप ब्लॉग पर आई बहुत अच्छा लगा | सस्नेह -रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-26775767554091271152019-04-05T12:51:44.891-07:002019-04-05T12:51:44.891-07:00 खूबसूरत रचना 👌👌👌
खूबसूरत रचना 👌👌👌<br />NITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-67680804132325969682019-04-03T09:42:55.220-07:002019-04-03T09:42:55.220-07:00प्रिय अनीता -- आपके सुंदर शब्दों के लिए हार्दिक आ...प्रिय अनीता -- आपके सुंदर शब्दों के लिए हार्दिक आभार |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-26206717737322957692019-04-03T09:42:14.630-07:002019-04-03T09:42:14.630-07:00आदरणीय विश्वमोहन जी -- आपके शब्द मेरे लिए सदैव ही ...आदरणीय विश्वमोहन जी -- आपके शब्द मेरे लिए सदैव ही प्रेरक रहे हैं | सादर आभार |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-81782275203136421202019-04-03T09:41:17.662-07:002019-04-03T09:41:17.662-07:00प्रिय रविन्द्र जी -- आभारी हूँ आपने रूचि से रचना ...प्रिय रविन्द्र जी -- आभारी हूँ आपने रूचि से रचना को पढ़ा और अपने अनमोल विचार दिए | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-13491799336569087462019-04-02T18:58:40.911-07:002019-04-02T18:58:40.911-07:00बहुत ही सुन्दर हिमालय की महिमा सखी 👌👌
सादर
बहुत ही सुन्दर हिमालय की महिमा सखी 👌👌<br />सादर <br />अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-42743308023564024552019-04-02T18:08:33.378-07:002019-04-02T18:08:33.378-07:00हिमालय सी महिमामयी शैली में ही हिमालय वंदना भी। वा...हिमालय सी महिमामयी शैली में ही हिमालय वंदना भी। वाह! विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-70675093160202865962019-04-02T15:48:04.050-07:002019-04-02T15:48:04.050-07:00शिव के तुम्ही कैलाश हो -
माँ जगदम्बा का वास हो , ...शिव के तुम्ही कैलाश हो - <br />माँ जगदम्बा का वास हो , <br />निर्वाण हो महावीर का -- <br />ऋषियों का चिर - प्रवास हो ; <br /> ज्ञान - भक्ति से भरा - <br />बुद्ध का करुणालय हो तुम ! !<br /><br />वाह.....<br />लाजवाब सृजनरवीन्द्र भारद्वाजhttps://www.blogger.com/profile/02881468307370875997noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-4750454916833332722019-02-25T08:34:48.957-08:002019-02-25T08:34:48.957-08:00RPSMT 4D's profile photo
RPSMT 4D
कमाल लिखती ह...RPSMT 4D's profile photo<br />RPSMT 4D<br />कमाल लिखती हैं आप न सिर्फ रचनाएँ बल्कि किसी अन्य की रचनाओं पर प्रतिक्रिया स्वरूप जो दो शब्द लिखती हैं वो भी। <br />आपकी मनभावन छवि बन गयी है मेरे मानस पटल पर।<br /> <br />anuradha chauhan's profile photo<br />anuradha chauhan<br />+1<br />हिमालय की बेहद खूबसूरत रचना<br />32w<br /> <br />Renu's profile photo<br />Renu<br />+1<br />+RPSMT 4Dप्रिय अभिलाषा जी -- आपके स्नेह की आभारी हूँ | बस अपने मन से दूर कभी मत करना | <br />32w<br /><br />Renu's profile photo<br />Renu<br />+1<br />+प्रिय अनुराधा जी -- आभारी हूँ आपकी सराहना के लिए | <br />RPSMT 4D's profile photo<br />RPSMT 4D<br />+Renu इतनी प्यारी हैं आप फिर सवाल ही नहीं उठता।<br /> <br /> रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-3362569600387451122018-07-17T07:12:35.414-07:002018-07-17T07:12:35.414-07:00आदरणीय शैल जी -- आपके अनमोल शब्दों के लिए हार्दि...आदरणीय शैल जी -- आपके अनमोल शब्दों के लिए हार्दिक आभार |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-2695442592024632942018-07-17T07:11:31.238-07:002018-07-17T07:11:31.238-07:00आदरनीय वन्दना जी-- सादर आभार आपके निरंतर प्रोत्साह...आदरनीय वन्दना जी-- सादर आभार आपके निरंतर प्रोत्साहन का | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-73273915023914741842018-07-17T04:47:04.128-07:002018-07-17T04:47:04.128-07:00बहुत बढ़िया लिखा है रेनूबहुत बढ़िया लिखा है रेनूshailrachanablogspotinhttps://www.blogger.com/profile/08675749214032528462noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-32485631451054077042018-07-16T08:34:41.013-07:002018-07-16T08:34:41.013-07:00हिम - शिखरों से सजा --
माँ भारत का उन्नत भाल हो ,...हिम - शिखरों से सजा -- <br />माँ भारत का उन्नत भाल हो , <br />टेढ़ी नजर से ताकते -<br />शत्रु का महाकाल हो ; <br />कण -कण में बसा भारत जिसमे - <br />कश्मीर से मेघालय हो तुम ! ! <br />बहुत सुन्दर रचना रेनू जी ... बधाई Atoot bandhanhttps://www.blogger.com/profile/03159968183922673399noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-22122369730915427442018-07-16T03:53:00.657-07:002018-07-16T03:53:00.657-07:00आदरणीय लोकेश जी -- आपकी आहा से मन को कितनी ख़ुशी ...आदरणीय लोकेश जी -- आपकी आहा से मन को कितनी ख़ुशी हुई लिख नहीं सकती | आप जैसे कलम के धनी रचनाकार के शब्द मेरे लिए अतुलनीय हैं | आभार नाही बस सादर नमन |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-57101855306589550762018-07-15T20:37:04.870-07:002018-07-15T20:37:04.870-07:00हिम - शिखरों से सजा --
माँ भारत का उन्नत भाल हो ,...हिम - शिखरों से सजा -- <br />माँ भारत का उन्नत भाल हो , <br />टेढ़ी नजर से ताकते -<br />शत्रु का महाकाल हो ; <br />कण -कण में बसा भारत जिसमे - <br />कश्मीर से मेघालय हो तुम ! ! <br /><br />आहा... बहुत ही सुंदर<br />सुंदर बिम्बLokesh Nashinehttps://www.blogger.com/profile/10305100051852831580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-64524693657636409412018-07-15T11:19:25.261-07:002018-07-15T11:19:25.261-07:00सस्नेह आभार प्रिय शुभा बहन| सस्नेह आभार प्रिय शुभा बहन| रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-49003369674726501692018-07-15T10:15:08.222-07:002018-07-15T10:15:08.222-07:00वाह!!प्रिय बहन रेनू जी ,बहुत ही खूबसूरत शब्दों में...वाह!!प्रिय बहन रेनू जी ,बहुत ही खूबसूरत शब्दों में हिमालय वंदन किया है आपने ...लाजवाब!!शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-82771164706874456312018-07-15T02:22:14.411-07:002018-07-15T02:22:14.411-07:00आदरणीय दीदी -- आपके सहयोग की आभारी रहूंगी | सादर ...आदरणीय दीदी -- आपके सहयोग की आभारी रहूंगी | सादर |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-1605245529984146582018-07-15T02:20:59.610-07:002018-07-15T02:20:59.610-07:00प्रिय अनुराधा जी -- सस्नेह आभार आपका |प्रिय अनुराधा जी -- सस्नेह आभार आपका |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-35673296811812353272018-07-15T02:20:25.270-07:002018-07-15T02:20:25.270-07:00आदरणीय ओंकार जी-- बहुत दिनों के बाद ब्लॉग पर आपके...आदरणीय ओंकार जी-- बहुत दिनों के बाद ब्लॉग पर आपके आने से बहुत ख़ुशी हुई |रचना पसंद करने के लिए सादर आभार आपका |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-84172392578754065032018-07-15T02:18:34.552-07:002018-07-15T02:18:34.552-07:00प्रिय कुसुम बहन -- आपकी स्नेह पगी पंक्तियों ने मेर...प्रिय कुसुम बहन -- आपकी स्नेह पगी पंक्तियों ने मेरी रचना को नया अर्थ दे दिया है | हिमालय को समर्पित इन भावपूर्ण पंक्तियों से रचना के विषय को विस्तार मिला है | हृदयतल से आभार आपका | सस्नेह |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-60223989542386771562018-07-15T00:03:41.879-07:002018-07-15T00:03:41.879-07:00वाह रेनू बहन अतिउत्तम मन मे आह्लाद जगाती सिद्धत्व ...वाह रेनू बहन अतिउत्तम मन मे आह्लाद जगाती सिद्धत्व को प्रेरित करती पावन सुंदर रचना।<br />हिम से आच्छादित दित ये पर्वत श्रृंखलाऐं <br />मौन तपस्वियों सी आत्म चेतना के भाव जगाती <br />हमारे देश भाल पर मुकुट सी सुशोभित ।<br />मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-48704166869279278992018-07-14T23:56:47.308-07:002018-07-14T23:56:47.308-07:00सुन्दर रचना सुन्दर रचना Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.com