tag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post1339019009634946955..comments2024-03-29T02:14:17.831-07:00Comments on क्षितिज : जो ये श्वेत,आवारा , बादल -- कविता रेणुhttp://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comBlogger54125tag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-31508016252685040442021-07-17T11:23:24.832-07:002021-07-17T11:23:24.832-07:00सस्नेह आभार प्रिय अमृता जी |सस्नेह आभार प्रिय अमृता जी |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-88017149468222045952021-07-17T11:22:46.322-07:002021-07-17T11:22:46.322-07:00हार्दिक आभार शशि भैया | जाने कैसे मैंने आभार नहीं ...हार्दिक आभार शशि भैया | जाने कैसे मैंने आभार नहीं दिया | आज लिख रही हूँ आपके लिये | हार्दिक आभार आपकी इस स्नेह भरी प्रतिक्रिया का |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-52628084029162292782021-07-13T08:05:35.630-07:002021-07-13T08:05:35.630-07:00अमृत वर्षा ।अमृत वर्षा ।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-9113624885093073192020-11-27T10:16:27.599-08:002020-11-27T10:16:27.599-08:00प्रिय अनन्ता, रचना पर इस सारगर्भित प्रति क्रिया क...प्रिय अनन्ता, रचना पर इस सारगर्भित प्रति क्रिया के लिए ।हार्दिक आभार और शुक्रिया 🙏😋😋💐💐रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-52415643803324208712020-11-27T07:33:30.390-08:002020-11-27T07:33:30.390-08:00आदरणीया मासी,प्रणाम। बहुत बहुत बहुत........ सुंदर ...आदरणीया मासी,प्रणाम। बहुत बहुत बहुत........ सुंदर रचना, इतनी प्यारी सी कविता पढ़ कर तो आनंद ही आ गया। वर्षा के दाता बादलों को समर्पित एक बहुत ही सुंदर, प्यारी सी रचना। हिमालय वंदन के बाद यह एक और रचना है जो इस तरह आनंदित करती है कि शब्द नहीं मिलते।<br />इसको पढ़ने के बाद मन अपने आप ही प्रकृति से निकटता अनुभव करने लग जाता है और वर्षा ऋतु का सुंदर दृश्य सामने आ जाता है। सच बादल और वर्षा के बिना धरा पर जीवन नहीं है। आपकी सभी कविताएँ प्रकृति से जुड़ी हुई होती है। इस प्यारी सी रसभरी कविता के लिये हृदय से आभार। <br /><br /> Ananta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-40547493226585524242019-08-31T23:07:27.385-07:002019-08-31T23:07:27.385-07:00प्रिय आंचल , स्नेह भरी प्रतिक्रिया के लिए आभ...प्रिय आंचल , स्नेह भरी प्रतिक्रिया के लिए आभार और प्यार तुम्हें। 💐💐💐😊रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-83433243075290002222019-08-31T11:19:46.944-07:002019-08-31T11:19:46.944-07:00वाह आदरणीया दीदी जी कितनी अनुपम पंक्तियाँ कितने मन...वाह आदरणीया दीदी जी कितनी अनुपम पंक्तियाँ कितने मनोरम भाव <br />वाह बेहद खूबसूरत रचना <br />सादर नमनAnchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-12940931333179541182019-08-23T09:56:32.357-07:002019-08-23T09:56:32.357-07:00 आपकी उत्साहवर्धन करती सार्थक प्रतिक्रिया के ... आपकी उत्साहवर्धन करती सार्थक प्रतिक्रिया के लिए सादर आभार रवीन्द्र जी|रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-69534960625297607962019-08-23T09:54:53.305-07:002019-08-23T09:54:53.305-07:00प्रिय सुधा बहन आपके शब्द मेरी रचना का श्रृंगार हैं...प्रिय सुधा बहन आपके शब्द मेरी रचना का श्रृंगार हैं | आभार नहीं मेरा प्यार आपके लिए | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-39074161138149462472019-08-23T09:53:56.465-07:002019-08-23T09:53:56.465-07:00प्रिय ज्योति बहन आपका स्नेहिल साथ यूँ ही बना रहे |...प्रिय ज्योति बहन आपका स्नेहिल साथ यूँ ही बना रहे | सस्नेह आभार | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-52372278872101304682019-08-23T09:53:11.297-07:002019-08-23T09:53:11.297-07:00सस्नेह आभार सखी अनुराधा जी | सस्नेह आभार सखी अनुराधा जी | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-76010443848167613052019-08-23T09:52:37.593-07:002019-08-23T09:52:37.593-07:00सस्नेह आभार प्रिय रितु जी |सस्नेह आभार प्रिय रितु जी |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-90528231729639091332019-08-22T17:31:12.871-07:002019-08-22T17:31:12.871-07:00किसके रंग- रंगते कृष्ण सलोने
घनश्याम कहाने खातिर ...किसके रंग- रंगते कृष्ण सलोने <br />घनश्याम कहाने खातिर ?<br />इस सुधा रस बिन कैसे -<br />चातक अपनी प्यास बुझाता ?<br />श्वेत आवारा बादलों का श्याम स्वरूप ! घनस्याम अद्भुत तुलना !!!<br />पीली पड़ी सूखी धरा को धानी चूनर ओढा जलतृप्त करने वाले ये आवारा बादल<br /> बहुत ही सुन्दर मनमोहक सार्थक सृजन<br />वाह!!!<br />लाजवाबSudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-9067177656464239502019-08-22T10:16:08.222-07:002019-08-22T10:16:08.222-07:00प्रकृति के गूढ़ रहस्य को बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ में ...प्रकृति के गूढ़ रहस्य को बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ में व्यक्त किया हैं आपने, रेणु दी।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-39923918062228292002019-08-21T00:47:46.813-07:002019-08-21T00:47:46.813-07:00 जो ये श्वेत,आवारा , बादल -
रंग -श्याम रंग ना आता... जो ये श्वेत,आवारा , बादल - <br />रंग -श्याम रंग ना आता –<br />कौन सृष्टि के पीत वसन को- <br />रंग के हरा कर पाता ? बेहद खूबसूरत रचना प्रिय रेणु जी<br />Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-49358041052064635862019-08-21T00:20:13.723-07:002019-08-21T00:20:13.723-07:00पावस ऋतु की पावन प्रवृत्ति हमें सुखमय और रसमय जीवन...पावस ऋतु की पावन प्रवृत्ति हमें सुखमय और रसमय जीवन का आधार प्रधान करती है .<br />कल्पनालोक के मोहक बिम्ब रचना को विशिष्ट मर्म से जोड़ते हैं. <br />सुन्दर अभिव्यक्ति. <br />बधाई एवं शुभकामनाएँ. Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-23050276926172850842019-08-20T10:39:18.662-07:002019-08-20T10:39:18.662-07:00प्रकृति और मेघों का सुन्दर चित्रणप्रकृति और मेघों का सुन्दर चित्रणRitu asooja rishikesh https://www.blogger.com/profile/07490709994284837334noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-75600406043283524062018-07-18T10:09:15.298-07:002018-07-18T10:09:15.298-07:00आदरनीय दिगम्बर जी --- आपके शब्द लेखन के लिए ऊर्जा...आदरनीय दिगम्बर जी --- आपके शब्द लेखन के लिए ऊर्जा देते हैं | सादर आभार | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-14037688970444297892018-07-17T21:53:32.595-07:002018-07-17T21:53:32.595-07:00प्राकृति का संदेश प्राकृति तो समझती है अगर हम इंसा...प्राकृति का संदेश प्राकृति तो समझती है अगर हम इंसान भी समझ<br />लें तो जीवन आनन्दमय हो सकता है ...<br />अंतस की गहराइयों में उतरती है ये रचना ... उत्तम शब्द ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-68818948106266138732018-07-15T02:13:10.784-07:002018-07-15T02:13:10.784-07:00प्रिय मीना बहन -- आपके स्नेह ने मेरी रचना में च...प्रिय मीना बहन -- आपके स्नेह ने मेरी रचना में चार चाँद लगा दिए | कुदरत की खूबसूरती चारों तरफ फैली हुई है | बस उसे निहारकर आत्मसात करने वाला सौन्दर्य बोध होना चाहिए | आपकी सार्थक पंक्तियों के लिए आभार नहीं बस मेरा प्यार |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-20764007423209851932018-07-15T01:33:46.132-07:002018-07-15T01:33:46.132-07:00बहुत खूबसूरत रचना प्रिय रेणु। यही चित्र जो मैं अपन...बहुत खूबसूरत रचना प्रिय रेणु। यही चित्र जो मैं अपने सम्मुख साक्षात देख रही हूँ, उसे आपने अपनी रचना में हूबहू उतार दिया है। यहाँ पिछले दस दिनों से लगातार बारिश हो रही है और दूर तक फैले मैदान और रेलवे लाइन के उस पार हरियाली की चादर सी बिछ गई है। Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-9759105277937492292018-07-14T10:06:17.574-07:002018-07-14T10:06:17.574-07:00सस्नेह प्रणाम प्रिय संजय - ब्लॉग पर बहुत दिनों बा...सस्नेह प्रणाम प्रिय संजय - ब्लॉग पर बहुत दिनों बाद आने पर आपका हार्दिक स्वागत है |आपको रचना पसंद आई मेरा लिखना सार्थक हुआ | सस्नेह आभार आपका |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-67908550467764225362018-07-14T10:03:44.090-07:002018-07-14T10:03:44.090-07:00आदरणीय वन्दना जी -- आपके स्नेह भरे प्रोत्साहन की आ...आदरणीय वन्दना जी -- आपके स्नेह भरे प्रोत्साहन की आभारी हूँ | सादर -- रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-57574495557698637042018-07-13T23:11:38.517-07:002018-07-13T23:11:38.517-07:00बहुत अच्छी रचना रेनू जी...प्रत्येक अक्षर गहराई लिए...बहुत अच्छी रचना रेनू जी...प्रत्येक अक्षर गहराई लिए...बहुत दिनों बाद आना हुआ ब्लॉग पर प्रणाम स्वीकार करें !<br />संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-33633818155818507752018-07-13T08:29:48.300-07:002018-07-13T08:29:48.300-07:00कहाँ से खिलते पुष्प सजीले,
कैसे इन्द्रधनुष सजता ?
...कहाँ से खिलते पुष्प सजीले,<br />कैसे इन्द्रधनुष सजता ?<br />विकल अम्बर का ले सन्देशा <br />कौन धरा तक आता ? ????????... बहुत सुंदर चित्रण रेनू जी Atoot bandhanhttps://www.blogger.com/profile/03159968183922673399noreply@blogger.com