tag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post2892992024627449038..comments2024-03-29T02:14:17.831-07:00Comments on क्षितिज : तुम्हारी चाहत में रेणुhttp://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comBlogger79125tag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-84738620548436834672021-08-03T10:38:38.977-07:002021-08-03T10:38:38.977-07:00 रचना पर आपके पुनः सूक्ष्मावलोकन और स्नेह भरे उद्ग... रचना पर आपके पुनः सूक्ष्मावलोकन और स्नेह भरे उद्गारों का हार्दिक आभार। कोशिश कर रही हूं धीरे- धीरे 🙏🙏🌷🌷रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-56075947804474498532021-08-01T22:01:15.902-07:002021-08-01T22:01:15.902-07:00इस बार तुम्हारी दृष्टि से पढ़ी है रचना । किसी के प्...इस बार तुम्हारी दृष्टि से पढ़ी है रचना । किसी के प्रति मन समर्पित हो तो ऐसे भब आने स्वाभाविक होते हैं । <br />हृदयतल से निकले बेहतरीन भाव । <br />लेकिन इस बच्चे को अभी भी संभाला नहीं है । इंतज़ार कर रहे हैं । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-20433755894218697722021-08-01T10:36:15.728-07:002021-08-01T10:36:15.728-07:00सुस्वागतम और आभार प्रिय अनीता|सुस्वागतम और आभार प्रिय अनीता|रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-26660826369117597722021-08-01T10:35:42.311-07:002021-08-01T10:35:42.311-07:00प्रिय श्वेता , इस स्नेह का कोई सानी नहीं | हार्द...प्रिय श्वेता , इस स्नेह का कोई सानी नहीं | हार्दिक आभार और अभिनन्दन |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-39838947770917713572021-08-01T10:34:19.563-07:002021-08-01T10:34:19.563-07:00 प्रिय सुधा जी . ये आपका स्नेह है बस | अभिभूत हूँ ... प्रिय सुधा जी . ये आपका स्नेह है बस | अभिभूत हूँ आपके स्नेह से | पुनः अभिनन्दन और आभार |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-41847050944883749542021-08-01T10:06:37.461-07:002021-08-01T10:06:37.461-07:00 अहोभाग्यम !!पुनः अभिनन्दनम - सुस्वागतम अमृता जी !... अहोभाग्यम !!पुनः अभिनन्दनम - सुस्वागतम अमृता जी !!!!!रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-70451762985903433802021-08-01T10:05:35.648-07:002021-08-01T10:05:35.648-07:00अभिन्दन और आभार प्रिय कुसुम बहन |अभिन्दन और आभार प्रिय कुसुम बहन |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-64887680965063062602021-08-01T07:49:57.732-07:002021-08-01T07:49:57.732-07:00वाह!बहुत सुंदर सृजन दी।
मन मोह लेता है आपका सृजन।
...वाह!बहुत सुंदर सृजन दी।<br />मन मोह लेता है आपका सृजन।<br />हार्दिक बधाई 🌹<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-29407179909134008782021-08-01T04:02:25.723-07:002021-08-01T04:02:25.723-07:00दुबारा पढकर.आनंदित हूँ दी।
आपकी लेखनी चलती रहे नित...दुबारा पढकर.आनंदित हूँ दी।<br />आपकी लेखनी चलती रहे नित नवीन.सृजन गढ़ती रहे मेरी शुभकामनाएं हमेशा है।<br />सस्नेह प्रणाम।<br />Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-49869718471010008422021-08-01T03:26:23.027-07:002021-08-01T03:26:23.027-07:00प्रिय रेणु जी आपकी रचना जितनी भी बार पढ़ो मन नहीं
भ...प्रिय रेणु जी आपकी रचना जितनी भी बार पढ़ो मन नहीं<br />भरता....बहुत ही अद्भुत है आपकी लेखनी...बस अब मना भी लो अपनी लेखनी को और तोड़ दो ये मौन...हमें इन्तजार है आपकी अप्रतिम रचनाओं का।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-38835273719541183192021-08-01T00:44:03.172-07:002021-08-01T00:44:03.172-07:00मन फिर से सराबोर हुआ ।मन फिर से सराबोर हुआ ।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-14382587769615405102021-07-31T10:14:47.929-07:002021-07-31T10:14:47.929-07:00जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार(०१-०८-२०२१) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />'गोष्ठी '(चर्चा अंक-४१४३)</a> पर भी होगी।<br />आप भी सादर आमंत्रित है। <br />सादरमन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-57889515144784035272021-07-29T11:21:12.986-07:002021-07-29T11:21:12.986-07:00प्रिय कुसुम बहन , आपके स्नेहासिक्त प्रोत्साहन से...प्रिय कुसुम बहन , आपके स्नेहासिक्त प्रोत्साहन से रचना यात्रा में अभूतपूर्व सहयोग मिला है | सस्नेह आभार आपके प्यार भरे उद्गारों का |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-7562027394755036492021-07-29T11:18:44.747-07:002021-07-29T11:18:44.747-07:00 सुस्वागतम और आभार अनुपमा जी | सुस्वागतम और आभार अनुपमा जी |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-56240445914585925402021-07-29T11:17:55.236-07:002021-07-29T11:17:55.236-07:00प्रिय ज्योति जी , चार साल से आपका निरंतर मेरे ब...प्रिय ज्योति जी , चार साल से आपका निरंतर मेरे ब्लॉग पर आना और अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कराने के रूप में आपका स्नेह सदैव मिला है |आपके शब्द मेरे लिए विशेष रहे हैं | अत्यंत आभार आपके स्नेहिल उद्गारों के लिए | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-84138236629884786752021-07-29T11:13:37.029-07:002021-07-29T11:13:37.029-07:00आपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया के लिए आभारी हूँ अमृता ज...आपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया के लिए आभारी हूँ अमृता जी | ये स्नेह सदैव बना रहे |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-80465855454376187152021-07-29T08:43:54.357-07:002021-07-29T08:43:54.357-07:00ब्लाग का पाँचवे साल में प्रवेश बहुत ही हर्ष का विष...ब्लाग का पाँचवे साल में प्रवेश बहुत ही हर्ष का विषय है रेणु बहन बहुत बहुत बधाई आपको।<br />कम लिखती हैं पर बहुत खूब लिखती हैं आप ।<br />आपकी रचनाओं में आत्मानुभूति होती है, ये रचना भी कितनी प्यारी है समर्पण के भाव आकिंचन्य हो कर हृदय स्पर्शी हो ग्रे सुंदर भाव सृजन ।<br />पुनः बधाई बहन।<br />मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-59890757739084101552021-07-26T23:19:02.922-07:002021-07-26T23:19:02.922-07:00वैश्या पर आधारित हमारा नया अलेख एक बार जरूर देखें�...वैश्या पर आधारित हमारा नया अलेख एक बार जरूर देखें🙏और अपन प्रतिक्रिया देना न भूले हमें आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया का इंतज़ार रहेगा! Manisha Goswamihttps://www.blogger.com/profile/10646619362412419141noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-43377574421827131162021-07-25T18:14:44.360-07:002021-07-25T18:14:44.360-07:00कितनी सुंदरता से हृदय की अनुभूतियों को शब्द दिये!!...कितनी सुंदरता से हृदय की अनुभूतियों को शब्द दिये!! बहुत खूब!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-62821094839905880882021-07-24T10:08:11.679-07:002021-07-24T10:08:11.679-07:00बहुत ही उम्दा और दिल को छूती रचना रेणु दी। हर किसी...बहुत ही उम्दा और दिल को छूती रचना रेणु दी। हर किसी मे कुछ खास गुण होते है जैसे कि आप जब किसी भी पोस्ट पर टिप्पणी करती है तो वो सविस्तर और इतनी अच्छी होती है कि ऐसा लगता है कि उस रचना का एक एक शब्द आपने दिल से पढ़ा हो वो हुनर मुझ में नही है। इसलिए थोड़े में ही ज्यादा समझना। <br />ब्लॉग के सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं। आप इसी तरह अच्छा अच्छा लिखती रहे...Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-13302104962110293892021-07-24T04:07:33.136-07:002021-07-24T04:07:33.136-07:00सुनाई दे रही है वो अनकही सदाएं जिसे हर्फो में कही ...सुनाई दे रही है वो अनकही सदाएं जिसे हर्फो में कही नहीं गई । जिसे बस आत्म अनुभूति से ही जज्ब किया जा सकता है । हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई सदैव आपके लिए ।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-16854391039932820002021-07-22T20:20:17.226-07:002021-07-22T20:20:17.226-07:00आपके अनमोल आशीष और भावपूर्ण काव्यात्मक प्रतिक्रिया...आपके अनमोल आशीष और भावपूर्ण काव्यात्मक प्रतिक्रिया के लिए सादर आभार आदरणीय विश्वमोहन जी । सादर 🙏🙏💐🌷<br />रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-24456809252375618372021-07-22T09:24:15.870-07:002021-07-22T09:24:15.870-07:00"धरा प्रेयसी,अम्बर प्रेमी और अभिसार का बीज है..."धरा प्रेयसी,अम्बर प्रेमी और अभिसार का बीज है,<br />अंतरिक्ष में प्रेमालिंगन, इसी का नाम 'क्षितिज' है।".....'क्षितिज' के वर्षगाँठ की माँगलिक बधाई और भविष्य की अशेष शुभकामनाएँ!!!!<br />विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-53460439443215872432021-07-21T02:59:25.447-07:002021-07-21T02:59:25.447-07:00प्रिय मनीषा,तुम्हारी ये सारगर्भित प्रतिक्रिया मन क...प्रिय मनीषा,तुम्हारी ये सारगर्भित प्रतिक्रिया मन को छू गई। तुम्हें रचना पसंद आईं समझो मेरा लेखन सफ़ल हुआ। तुमने रचना में डूबकर इसे आत्मसात किया और इतनी भावपूर्ण प्रतिक्रिया दी जिसके लिए मैं आभार लिखूं तो काफ़ी ना होगा। बस मेरी शुभकामनाए और स्नेह तुम्हारे लिए। <br />याद रखना, जीवन चलने का नाम है बस यही यथार्थ है इसका और मिलना, बिछड़ना इसके स्थाई पड़ाव हैं। तुम्हारी काव्यात्मक पंक्तियां लाज़वाब हैं 👌👌👌👌👌 यूं ही लिखती आगे बढ़ती रहो सस्नेह 🌷🌷❤️❤️🌷रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-24580032553588295022021-07-21T02:30:48.840-07:002021-07-21T02:30:48.840-07:00मैं कहाँ !तुम कहाँ !
मैं जमीं, तुम आसमां !
मेरा तु...मैं कहाँ !तुम कहाँ !<br />मैं जमीं, तुम आसमां !<br />मेरा तुम्हारा मेल, है बेमेल इस कदर<br />रेशमी लिबास पर टाट का पैबंद हूँ !<br /><br />ना सुनाई देगी सदा,तुम्हें ये सदा मेरी,<br />हो जायेंगी एक दिन, तुमसे राहें जुदा मेरी ,<br />महकेगा कभी यादों में ,गुलाब की तरह<br />तुम्हारी जिंदगी का वो क्षणिक आनंद हूँ ! <br /><br />बहुत ही उम्दा और दिल को छू जाने वाली रचना ! <br />सच में बहुत ही बेहतरीन रचना है जितनी भी तारीफ की जाए कम हैं! लेकिन फिर भी मैं जितने तारीफ के शब्द होते हैं वो लिख देती हूँ, लाजवाब, बेमिसाल, अतिसुन्दर,उम्दा, बेहतरीन, रहनीय, शानदार , गज़ब और कलम टोड़ रचना! <br />आपने यादों का जिक्र किया है तो मैं भी कुछ कहना चाहतीं हूँ-<br />"जो आज वक्त है, वो कल यादों में बदल जाएगा! <br />जब भी इस यादों की गलियों से गुजरेंगे तो गला भर आएगा!!"<br /><br />कुछ यादें ऐसी होती हैं जो खूबसूरत तो बहुत होती है पर जब भी उन यादों की गलियों से गुजरो तो आंखें नम कर देती हैं! जिंदगी के कुछ क्षणिक आनंद पूरी जिंदगी के लिए लबों पर एक अजीब सी मुस्कान छोड़ जाते हैं, जो एक साथ वर्तमान के दर्द और बीते हुए खुशी के पल को बयां करती हैManisha Goswamihttps://www.blogger.com/profile/10646619362412419141noreply@blogger.com