tag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post7748607626416811255..comments2024-03-08T21:11:45.990-08:00Comments on क्षितिज : गाँव में कोई फिर लौटा है -- नवगीत रेणुhttp://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comBlogger42125tag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-83532467416596323612021-05-24T11:06:17.592-07:002021-05-24T11:06:17.592-07:00जी, सादर आभार आदरणीय गोपेश जी | जी, सादर आभार आदरणीय गोपेश जी | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-7472948605145978192021-05-24T11:05:49.349-07:002021-05-24T11:05:49.349-07:00जी दीदी , ये रचना बहुत पुरानी है | एक रिश्तेदार क...जी दीदी , ये रचना बहुत पुरानी है | एक रिश्तेदार के बेटे के , वर्षों बाद विदेश से वापस आने की बात सुनकर लिखी थी , जब उस के आने पर गाँव की गलियों में ढेरों फूल बिछाए गए थे | रचना पर आपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया से अपार हर्ष हुआ | सादर आभार आपका |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-77089961909137707372021-05-24T11:01:48.349-07:002021-05-24T11:01:48.349-07:00ये तुम्हारा प्यार है प्रिय आँचल | सनेह आभार और प्य...ये तुम्हारा प्यार है प्रिय आँचल | सनेह आभार और प्यार |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-89810387474649922682021-05-23T05:42:24.422-07:002021-05-23T05:42:24.422-07:00बहुत सुन्दर !
घर आया मेरा परदेसी ---बहुत सुन्दर ! <br />घर आया मेरा परदेसी ---गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-20297194915802419482021-05-23T04:03:38.334-07:002021-05-23T04:03:38.334-07:00गाँव में कोई लौटा है .... मुझे गाँव का बहुत पता नह...गाँव में कोई लौटा है .... मुझे गाँव का बहुत पता नहीं है लेकिन <br />कल्पना में मुझे लग रहा जैसे देश का कोई प्रहरी गाँव लौट कर आया है उसके स्वागत में ये मन के भाव कविता के रूप में उतर आए हैं । <br />बेहतरीन रचना ।।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-2090454079746945692021-05-22T20:39:04.006-07:002021-05-22T20:39:04.006-07:00इतना सुंदर!इतना भावपूर्ण!इतना मनभावन गीत है यह।
मन...इतना सुंदर!इतना भावपूर्ण!इतना मनभावन गीत है यह।<br />मन विभोर हो उठा। आपकी लेखनी में कोई तो जादू है।<br />कोटिशः प्रणाम आपको और आपकी लेखनी को।Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-14093958851700408022019-02-25T09:53:27.176-08:002019-02-25T09:53:27.176-08:00Meena Sharma's profile photo
Meena Sharma
गाँव...Meena Sharma's profile photo<br />Meena Sharma<br />गाँव से जो चले जाते हैं वे गाँव में लौटते हैं तो बड़ा स्वागत होता है उनका ! क्यों ना हो, मेहमान बनकर आते हैं चंद दिनों के लिए ! छोटी छोटी खुशियों को सरल शब्दों में सहेज देती हैं आप । सस्नेह शुभकामनाओं के साथ.....<br /> रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-48347486897887146912018-12-15T07:52:52.639-08:002018-12-15T07:52:52.639-08:00सादर आभार आदरणीय लोकेश जी | सादर आभार आदरणीय लोकेश जी | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-46746010565801301542018-12-14T10:43:34.945-08:002018-12-14T10:43:34.945-08:00पनधट पे चर्चा उसकी -
घर - घर में -होती...पनधट पे चर्चा उसकी -<br />घर - घर में -होती बात यही ,<br />लौटी है गलियों की रौनक -<br />जो थी उसके साथ गई ; <br /> लेकर साथ समय बीता रे --<br />गाँव में कोई फिर लौटा है ! !<br /><br />लाजवाब रचनाLokesh Nashinehttps://www.blogger.com/profile/10305100051852831580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-25899350566233762222018-12-12T09:23:57.936-08:002018-12-12T09:23:57.936-08:00सुस्वागतम और सस्नेह आभार आदरणीय वन्दना जी |सुस्वागतम और सस्नेह आभार आदरणीय वन्दना जी |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-14581353485802625302018-12-12T07:54:22.598-08:002018-12-12T07:54:22.598-08:00अमृत बने किसी के आंसू -
रोदन बदले ...अमृत बने किसी के आंसू -<br /> रोदन बदले शहनाई में ,<br />लाज से बोझिल पलकों पर <br />सज गए सपने तन्हाई में ; <br />बनकर राधा का कान्हा रे-<br /> गाँव में कोई फिर लौटा है !!!! .... बहुत सुंदर रचना Atoot bandhanhttps://www.blogger.com/profile/03159968183922673399noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-29317749378195362112018-12-10T09:00:41.747-08:002018-12-10T09:00:41.747-08:00आदरनीय दिगम्बर जी -- रचना के अंतर्निहित भाव को समझ...आदरनीय दिगम्बर जी -- रचना के अंतर्निहित भाव को समझने के लिए आभारी हूँ आपकी | सादर -- रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-19567532440064120232018-12-10T06:26:20.266-08:002018-12-10T06:26:20.266-08:00आशा और उम्मीद का लौटना माहोल को खुशनुमा कर देता है...आशा और उम्मीद का लौटना माहोल को खुशनुमा कर देता है ... <br />फिर प्रेम का लौटना ... क्या बात है ... लाजवाब नवगीत ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-14492434013355812882018-12-09T08:35:14.259-08:002018-12-09T08:35:14.259-08:00सस्नेह आभार प्रिय पम्मी जी | सस्नेह आभार प्रिय पम्मी जी | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-1008236694637711592018-12-09T08:34:49.272-08:002018-12-09T08:34:49.272-08:00 सादर आभार आदरणीय रवीन्द्रजी | सादर आभार आदरणीय रवीन्द्रजी |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-66331435982622775532018-12-09T08:34:14.788-08:002018-12-09T08:34:14.788-08:00स्वागतम प्रिय दीपा जी -- आपको रचना पसंद आई इसके...स्वागतम प्रिय दीपा जी -- आपको रचना पसंद आई इसके लिए सस्नेह आभार सखी |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-24224653875469578852018-12-09T00:56:52.743-08:002018-12-09T00:56:52.743-08:00 मनभावन रचना.. मनभावन रचना..Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-61180323823290529852018-12-08T11:20:35.481-08:002018-12-08T11:20:35.481-08:00वाह ! गाँव के दृश्य को जीवंत करती हृदयस्पर्शी प्रस...वाह ! गाँव के दृश्य को जीवंत करती हृदयस्पर्शी प्रस्तुति। बधाई एवं शुभकामनाएँ। Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-17350373267747089402018-12-08T09:02:37.445-08:002018-12-08T09:02:37.445-08:00अमृत बने किसी के आंसू -
रोदन बदले ...अमृत बने किसी के आंसू -<br /> रोदन बदले शहनाई में ,<br />लाज से बोझिल पलकों पर <br />सज गए सपने तन्हाई में ; <br />बनकर राधा का कान्हा रे-<br /> गाँव में कोई फिर लौटा है !!!! ......वाह बहुत बढ़िया लिखा है आपने रेनू जी।deepa joshihttps://www.blogger.com/profile/07018191547581424326noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-67677778473665646012018-03-04T09:45:42.799-08:002018-03-04T09:45:42.799-08:00प्रिय सुधा जी आभारी हूँ आपकी | प्रिय सुधा जी आभारी हूँ आपकी | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-12293147737718763152018-03-02T21:24:13.301-08:002018-03-02T21:24:13.301-08:00बहुत खूब.
सुंदर रचना बहुत खूब.<br /> सुंदर रचना ~Sudha Singh vyaghr~https://www.blogger.com/profile/13043026454798527340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-57148876684315995522017-11-30T19:59:05.745-08:002017-11-30T19:59:05.745-08:00प्रिय ध्रुव - आभारी हूँ आपकी | प्रिय ध्रुव - आभारी हूँ आपकी | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-86972094930632147002017-11-30T19:58:22.622-08:002017-11-30T19:58:22.622-08:00आदरणीय सुशील जी -- सादर आभार और नमन -- आदरणीय सुशील जी -- सादर आभार और नमन -- रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-45081695214494835722017-11-30T19:57:23.419-08:002017-11-30T19:57:23.419-08:00आदरणीय सुधा जी-- आपके शब्द अनमोल हैं| सादर आभार ...आदरणीय सुधा जी-- आपके शब्द अनमोल हैं| सादर आभार और नमन | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1384928638569874312.post-67016192003736224792017-11-30T19:56:31.561-08:002017-11-30T19:56:31.561-08:00स्नेह आभार आपका ऋतू जी -- स्नेह आभार आपका ऋतू जी -- रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.com