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'पावन , निर्मल प्रेम सदा ही -- रहा शक्ति मानवता की , जग में ये नीड़ अनोखा है - जहाँ जगह नहीं मलिनता की ;; मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है |
मेरी प्रिय मित्र मंडली
शनिवार, 16 जुलाई 2022
आज कविता सोई रहने दो !
आज कविता सोई रहने दो,
ना जाने क्या बात है जो ये
आज ना चलती तनिक भी मन की
कोई खुशी ना छूकर गुजरे,
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