'पावन , निर्मल प्रेम सदा ही -- रहा शक्ति मानवता की , जग में ये नीड़ अनोखा है - जहाँ जगह नहीं मलिनता की ;; मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है |
मेरी प्रिय मित्र मंडली
शनिवार, 13 मई 2023
मंगलवार, 10 जनवरी 2023
माँ हिन्दी तू ही परिचय मेरा!
सभी को अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी दिवस की बधाई और शुभकामनाएं 🙏🙏🌹🌹
तुझ बिन रह जाती अधूरी-सी
माँ हिन्दी तू ही परिचय मेरा
तूने ही मिलाया खुद से
तू है स्नेहिल प्रश्रय मेरा!
प्रीत राग गाऊँ तुझ संग
सृजन का आधार तुम ही!
समर्पित अरूप-अनाम को जो
हो पावन मंगलाचार तुम ही!
तुम सागर और सरिता सी मैं
आ तुझमें हुआ विलय मेरा!
माधुर्य कण्ठ का है तुझसे ,
तेरा शब्द-शब्द है यश मेरा !
ढल कविता में जो बह निकला
तू अलंकार, नवरस मेरा!
अतुलकोश सहेज भावों का
है कृतज्ञ बड़ा हृदय मेरा!
तुलसी के हिय बसी तू ही
सूर का तू ही भ्रमर गीत!
अनकही पीर मीरा की तू
रचती जो प्रेम की नवल रीत!
मुझसे भी अटूट बंधन तेरा
तुझ पर गौरव अक्षय मेरा!
माँ हिन्दी तू ही परिचय मेरा!
🙏🙏
विशेष रचना
पुस्तक समीक्षा और भूमिका --- समय साक्षी रहना तुम
मीरजापुर के कई समाचार पत्रों में समीक्षा को स्थान मिला।हार्दिक आभार शशि भैया🙏🙏 आज मेरे ब्लॉग क्षितिज की पाँचवी वर्षगाँठ पर म...
