'पावन , निर्मल प्रेम सदा ही -- रहा शक्ति मानवता की , जग में ये नीड़ अनोखा है - जहाँ जगह नहीं मलिनता की ;; मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है |
मेरी प्रिय मित्र मंडली
शनिवार, 21 अप्रैल 2018
बुद्ध की यशोधरा -- कविता |
बुद्ध की प्रथम और अंतिम नारी
पति- प्रिया से बनी पति -त्राज्या
वैभव से बुद्ध ने किया पलायन
इतिहास झुका तेरे आगे
बुद्ध का अंतस भी भीग गया होगा
बन आत्म गर्वा माँ तुमने
सदस्यता लें
संदेश (Atom)
विशेष रचना
पुस्तक समीक्षा और भूमिका --- समय साक्षी रहना तुम
मीरजापुर के कई समाचार पत्रों में समीक्षा को स्थान मिला।हार्दिक आभार शशि भैया🙏🙏 आज मेरे ब्लॉग क्षितिज की पाँचवी वर्षगाँठ पर म...
