
घर संभालती बिटिया
घर संवारती बिटिया ,
स्वर्ग को धरती पे
उतारती बिटिया !
सुघड़ है सयानी है
बिटिया तो घर की रानी है ,
उम्र भले छोटी है पर
बातों में पूरी नानी है ,
सफल दुआ जीवन की
ईश्वर की आरती बिटिया !!
माँ की तो परछाई है
पर गुणों में सवाई है ,
उजाला घर के आँगन का
स्नेह की शीतल पुरवाई है ;
ममता की मूर्त लगती
जब स्नेह से दुलारती बिटिया !!
तन से सबल बहुत
मन से है सरल बहुत ,
करुणा से भरी है
है भावों से निर्मल बहुत ,
इरादों की धनी है
करती , जो मन में धारती बिटिया !!
घर -भर की दुलारी है
सखियों की बड़ी प्यारी है ,
पिता का गर्व बहुत ऊंचा
भाई की परम हितकारी है ;
अधूरी ममता पूरी करती
जब '' माँ ''कह पुकारती बिटिया !!
चित्र ---- गूगल से साभार --
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माँ की तो परछाई है
पर गुणों में सवाई है ,
उजाला घर के आँगन का
स्नेह की शीतल पुरवाई है ;
ममता की मूर्त लगती
जब स्नेह से दुलारती बिटिया !!
तन से सबल बहुत
मन से है सरल बहुत ,
करुणा से भरी है
है भावों से निर्मल बहुत ,
इरादों की धनी है
करती , जो मन में धारती बिटिया !!
घर -भर की दुलारी है
सखियों की बड़ी प्यारी है ,
पिता का गर्व बहुत ऊंचा
भाई की परम हितकारी है ;
अधूरी ममता पूरी करती
जब '' माँ ''कह पुकारती बिटिया !!
चित्र ---- गूगल से साभार --
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